Thursday, April 20, 2017

राज्य पोषण मिशन के क्रियान्वयन में शिथिलता बरतने पर कड़ी कार्यवाही होगी- डी.एम.।


कार्य में शिथिलता पर पांच सी.डी.पी.ओ. को प्रतिकूल प्रविष्टि एवं दो अधिकारियों का वेतन वाधित

जिलाधिकारी एस.राजलिंगम ने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि राज्य पोषण मिशन के क्रियान्वयन में शिथिलता बरतने पर सभी सम्बन्धित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी।

कार्य में शिथिलता पाये जाने पर पांच सी.डी.पी.ओ को प्रतिकूल प्रविष्टि देने तथा  दो अधिकारियों का अग्रिम आदेश तक वेतन रोकने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी कल सायं राज्य पोषण मिशन के अन्तर्गत गांद लिये गये ग्रामों से सम्बन्धित अधिकारियों की बैठक में कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे।

जिलाधिकारी ने समीक्षा में पाया कि अतिकुपोषित बच्चों को एन.आर.सी. में भेजने हेतु पांच सी.डी.पी.ओ. धनपतगंज, पी.पी. कमैचा, लम्भुआ, बल्दीराय व भदैयां ने रूचि नहीं दिखायी, जिससे कार्यक्रम पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। इसे गम्भीरता से लेते हुये जिलाधिकारी ने इन पांचो सी.डी.पी.ओ को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिये।

एन.आर.सी. में समुचित व्यवस्था सुनिश्चित न कराने पर एन.आर.सी. के प्रभारी का अग्रिम आदेशों तक वेतन रोकने के आदेश दिये। इसी प्रकार आर.सी.एच. कार्यक्रम में प्रगति खराब पाये जाने पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.राम आसरे का स्पष्टीकरण मांगते हुये अग्रिम आदेश तक वेतन रोकने के आदेश दिये।

जिलाधिकारी ने समीक्षा में पाया कि माह मार्च में 25 अधिकारियों द्वारा स्वयं गोंद लिये ग्रामों का भ्रमण कर रिर्पोट नहीं भेजी गयी। इन अधिकारियों ने जिला प्रोबेशन अधिकारी, सहायक निदेशक मत्स्य, अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका, जिला उद्यान अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, उप निदेशक कृषि सहित 25 अधिकारियों की रिर्पोट नहीं प्राप्त हुयी।

जिलाधिकारी ने इन अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे वी.एच.एन.डी. के दिन गांव का भ्रमण करें तथा चेक लिस्ट भरकर समय से उपलब्ध करायें। उन्होंने अधिकारियों को फीडबैक रिर्पोट भी देनी होगी कि निरीक्षण के समय क्या क्या व्यवस्थायें नहीं थी।

जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया कि वे सी.डी.पी.ओ. के माध्यम से सुनिश्चित करायें कि वी.एच.एन.डी. के दिन पोषाहार का वितरण हो। उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया कि वे वी.एच.एन.डी के दिन क्षेत्र भ्रमण  कर सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि वजन मशीने आंगनवाड़ी या आशा के पास उपलब्ध रहनी चाहिये जिससे वह समय समय पर बच्चों का वजन ले सकें।

दीपांकुश चित्रांश (दीपू ) की खास रिपोर्ट

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