एक चौहान गरीब परिवार अपनी रोजी रोटी के लिए अपने 12 वर्षीय बच्चे के साथ नरही भाटी गांव में रहता था जिसका १२ वर्षीय मासूम पुत्र गांव के 3 बच्चों के साथ गांव से दूर एक तालाब में नहाने जाता है बच्चों में से रमेश नामक बालक की मौत हो जाती है । देर सायंकाल बालक के घर न पहुँचने पर गांव में अफरा.तफरी का माहौल हो जाता है जिसकी सूचना पुलिस को दी जाती है। पुलिस जाँच में जुट जाती है दूसरे दिन उस बालक की लाश गांव से डेढ़ किमी की दुरी पर तालाब में मिलती है जिसके सिर और चेहरे पर खून और चोट के निशान पड़े मिलते है। वही परिजनों ने अपने बेटे की हत्या का आरोप गांव के ही शोलेएकुसुम और अमरेंद्र पर लगाया। इन दबंगो के डर से यह परिवार अपने पूरे परिवार के साथ गांव छोड़कर पलायन कर गई है। पिता का आरोप है कि यह लोग मेरी जबरजस्ती ज़मीन लेना चाहते है जिसको मैंने देने से मना कर दियाएजिसके कारण ये लोग मेरे बेटे की हत्या कर दिये । वही गृह मंत्रालय में तैनात मृतक मासूम का मामा राकेश को इस बात की सूचना मिलते ही सुल्तानपुर जनपद पहुंचे और अपने जीजा के बेटे के बारे में सारी जानकारी प्राप्त की जिसकी लिखित तहरीर थाना धम्मौर में हत्या का आरोप लगाते हुए दिया। वही राकेश ने आरोप लगाया कि किसी की मौत पानी में डूबने से होती है तो उसके शरीर पर चोट के निशान नहीं मिलते है और मेरे भांजे के शरीर पर कटे और चेहरे पर खून के निशान मिले है जिसको पुलिस गांव के ही दबंग शोले से पैसे लेकर इस मामले को रफा.दफा करने में जुटी है।वही मामा का कहना है कि किसी और अधिकारी द्वारा जांच कराया जाय जो भी सही हो वही होना चाहिए।
गौरतलब है कि कोई भी बच्चा बोलने को तैयार नही, किसी ने उसके डूबने की बात कही तो वही कोई पुलिस पर आरोप लगाया कि तुम और कुछ नहीं कहना नहीं तो जूते से मारेंगे। कोई पूछे तो सिर्फ यही बताना कि वह डूबने से मर गया।
वही इस मामले पर पुलिस का कहना है कि यह बालक अपने गांव के ही तीन बच्चों के साथ तालाब में नहाने गया था जहा वह डूब गया। उसके साथ गए हुए बच्चों से पूछताछ की तो सभी बच्चों ने यही बताया कि वह तालाब के बीच में चला गया था जिससे वह डूब गया। हालांकि इस मामले को पुलिस लीपापोती में करने में जुटी है। पुलिस कैमरे के सामने बोलने को भी तैयार नहीं इस मामले पर बोलने से उच्चाधिकारियों ने भी अपना पल्ला झाड़ा
फोनवार्ता
वही इन सभी मामलो पर गहन जाँच करने के बाद यह सवाल उठता है कि यदि किसी की पानी में डूबने से मौत होती है तो क्या चोट के निशान मिलते हैण्ण्ण्घ्
क्या जिह्वा ;जीभ बाहर निकल जाती है आखिर पुलिस क्यों गोल.गोल घुमाने में लगी है क्या पोस्मार्टम रिपोर्ट झूठी है, या पुलिस झूठी , या तो फिर बालक के शरीर पर मिले चोट के निशान।


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