जिलाधिकारी एस.राजलिंगम ने आज विकास भवन स्थित जिला समाज कल्याण अधिकारी
कार्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने शादी अनुदान
,वृद्धावस्था पेंशन, पारिवारिक लाभ योजना, अनुसूचित जनजाति उत्पीड़न सहायता,
समाजवादी पेंशन तथा कर्मियों के सेवा अभिलेखों का निरीक्षण किया।
जिलाधिकारी ने शादी अनुदान से सम्बन्धित अभिलेखों के निरीक्षण में पाया कि
कुल 854 आवेदन पत्र ऑनलाइन भेजे गये हैं जिसमें से 458 आवेदन पत्रों की
हार्डकॉपी समाज कल्याण कार्यालय को प्राप्त हुयी है। जिसमें से सम्बन्धित
लिपिक द्वारा मात्र 292 आवेदन पत्र फारवर्ड किये गये है। इससे सम्बन्धित
कर्मी की शिथिलता मानते हुये जिलाधिकारी ने समाज कल्याण अधिकारी को
निर्देशित किया कि वे सम्बन्धित लिपिक आरजू नय्यर सिद्वीकी का स्पष्टीकरण
प्राप्त करें और प्राप्त पेंडिंग आवेदन पत्रों को तत्काल फारवर्ड कराना
सुनिश्चित करायें। जिलाधिकारी ने वृद्धावस्था पेंशन तथा राष्ट्रीय
पारिवारिक लाभ योजना के पटलों का भी निरीक्षण किया। पारिवारिक लाभ योजना
में बिना आवेदनकर्ताओं को नोटिस दिये 92 आवेदन पत्र रिजेक्ट किये जाने को
गम्भीरता से लेते हुये जिलाधिकारी ने जिला समाज कल्याण अधिकारी को
निर्देशित किया कि वे प्रतिदिन सभी पटलों का निरीक्षण करें तथा
आवेदनकर्ताओं को नोटिस जारी करने के बाद ही उनके आवेदन पत्र रिजेक्ट करने
की कार्यवाही करें। उन्होनें कहा कि अपूर्ण आवेदन पत्र ही अस्वीकृत किये
जाय।
जिलाधिकारी ने अपने निरीक्षण के दौरान कर्मियों के अभिलेखों का अवलोकन किया जिसमें कर्मियों की जी.पी.एफ.पासबुक में अद्यतन अंकन नहीं पाया गया। उन्होनें सम्बन्धित सहायक को कर्मियों के अभिलेख दो दिन के अन्दर पूर्ण करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि वे समाज कल्याण विभाग के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों की साप्ताहिक समीक्षा करें और अपना मार्गदर्शन दें। जिलाधिकारी के निरीक्षण के समय मुख्य विकास अधिकारी राम यज्ञ मिश्र,जिला समाज कल्याण अधिकारी एस.के.उपाध्याय व सम्बन्धित उपस्थित थे।
जिलाधिकारी ने अपने निरीक्षण के दौरान कर्मियों के अभिलेखों का अवलोकन किया जिसमें कर्मियों की जी.पी.एफ.पासबुक में अद्यतन अंकन नहीं पाया गया। उन्होनें सम्बन्धित सहायक को कर्मियों के अभिलेख दो दिन के अन्दर पूर्ण करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि वे समाज कल्याण विभाग के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों की साप्ताहिक समीक्षा करें और अपना मार्गदर्शन दें। जिलाधिकारी के निरीक्षण के समय मुख्य विकास अधिकारी राम यज्ञ मिश्र,जिला समाज कल्याण अधिकारी एस.के.उपाध्याय व सम्बन्धित उपस्थित थे।
जिलाधिकारी एस.राजलिंगम ने राज्य पोषण मिशन के अन्तर्गत स्वयं द्वारा गोंद लिये गये दोनों गावों कुड़वार व परऊपुर का आज निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने अतिकुपोषित बच्चों को सामान्य श्रेणी में लाने हेतु किये गये प्रयास की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने स्वच्छता तथा स्वच्छ पेयजल पर विशेष बल दिया।
जिलाधिकारी ने राज्य पोषण मिशन के अन्तर्गत चिन्हित गांव कुड़वार की समीक्षा में पाया कि यहां पर 12 बच्चे अतिकुपोषित श्रेणी में हैं। जिलाधिकारी ने अपने समक्ष अतिकुपोषित बच्चों का वजन कराया तथा ग्रोथचार्ट से मिलान किया। उन्होनें ग्राम प्रधान से कहा कि वे अन्टाइल्ड फल्ड के अन्तर्गत 10 हजार रूपये की धनराशि स्वच्छता के साथ साथ वजन मशीन के क्रय पर खर्च कर सकते हैं। जिलाधिकारी ने अतिकुपोषित बच्चों के परिवार जनां का आवाहन् किया कि यदि उनका बच्चा सामान्य श्रेणी में आता है तो उसे विभिन्न शासकीय योजानाओं में जिसमें वे पात्र हैं लाभ दिया जायेगा। उन्होनें श्रम प्रर्वतन अधिकारी से गांव के श्रमिकों का पंजीकरण कराने के निर्देश दिये। उन्होनें कहा कि पंजीकरण से श्रमिक श्रम विभाग की योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। अब तक इस गांव में 218 श्रमिकों का पंजीकरण हुआ है।
जिलाधिकारी ने परऊपुर ग्राम के निरीक्षण के दौरान समीक्षा में पाया कि यहां पर 7 बच्चे अतिकुपोषित श्रेणी में हैं। जिलाधिकारी ने अतिकुपोषित बच्चों का अपने समक्ष वजन कराया। उन्होनें अतिकुपोषित बच्चों के परिवार जनों से स्वच्छता व पेयजल पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारी दूबेपुर को निर्देशित किया कि वे अतिकुपोषित बच्चों के घरों का निरीक्षण करें और यह रिर्पोट दें कि उनके यहां स्वच्छता का कैसा वातावरण है। पीने के पानी की क्या व्यवस्था है तथा शौचालय का प्रयोग किया जा रहा है अथवा नहीं। इसके साथ ही अतिकुपोषित बच्चों के परिवार की आर्थिक स्थिति के बारे में भी रिर्पोट दें ताकि पात्रता की श्रेणी में होने पर उन्हें विभिन्न शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके। जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान का आवाहन् किया कि वह अपने गांव को खुले में शौच से मुक्त कराने का संकल्प लें जिससे गांव में स्वच्छ वातावरण का निर्माण हो।
जिलाधिकारी के भ्रमण के समय सी.एम.ओ. डॉ.के.बी.सिंह,पी.डी.पी.सी.जायसवाल,बी.एस.ए. दीवान सिंह यादव,जिला सूचना अधिकारी आर.बी.सिंह,जिला पूर्ति अधिकारी संजय कुमार,डी.पी.आर.ओ. अरविन्द कुमार तथा सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारी ,प्रभारी चिकित्साधिकारी व सम्बन्धित उपस्थित थे। जिलाधिकारी एस.राजलिंगम ने आज मुख्य विकास अधिकारी राम यज्ञ मिश्र के साथ विकास भवन में आम जनता की सुविधा हेतु वाटर कूलर का शुभारम्भ किया। जिलाधिकारी ने कहा कि विकास भवन में वाटर कूलर की स्थापना से जिले की आम जनता को विकास भवन आने पर पेयजल की सुविधा मिलेगी।
जिलाधिकारी ने राज्य पोषण मिशन के अन्तर्गत चिन्हित गांव कुड़वार की समीक्षा में पाया कि यहां पर 12 बच्चे अतिकुपोषित श्रेणी में हैं। जिलाधिकारी ने अपने समक्ष अतिकुपोषित बच्चों का वजन कराया तथा ग्रोथचार्ट से मिलान किया। उन्होनें ग्राम प्रधान से कहा कि वे अन्टाइल्ड फल्ड के अन्तर्गत 10 हजार रूपये की धनराशि स्वच्छता के साथ साथ वजन मशीन के क्रय पर खर्च कर सकते हैं। जिलाधिकारी ने अतिकुपोषित बच्चों के परिवार जनां का आवाहन् किया कि यदि उनका बच्चा सामान्य श्रेणी में आता है तो उसे विभिन्न शासकीय योजानाओं में जिसमें वे पात्र हैं लाभ दिया जायेगा। उन्होनें श्रम प्रर्वतन अधिकारी से गांव के श्रमिकों का पंजीकरण कराने के निर्देश दिये। उन्होनें कहा कि पंजीकरण से श्रमिक श्रम विभाग की योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। अब तक इस गांव में 218 श्रमिकों का पंजीकरण हुआ है।
जिलाधिकारी ने परऊपुर ग्राम के निरीक्षण के दौरान समीक्षा में पाया कि यहां पर 7 बच्चे अतिकुपोषित श्रेणी में हैं। जिलाधिकारी ने अतिकुपोषित बच्चों का अपने समक्ष वजन कराया। उन्होनें अतिकुपोषित बच्चों के परिवार जनों से स्वच्छता व पेयजल पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारी दूबेपुर को निर्देशित किया कि वे अतिकुपोषित बच्चों के घरों का निरीक्षण करें और यह रिर्पोट दें कि उनके यहां स्वच्छता का कैसा वातावरण है। पीने के पानी की क्या व्यवस्था है तथा शौचालय का प्रयोग किया जा रहा है अथवा नहीं। इसके साथ ही अतिकुपोषित बच्चों के परिवार की आर्थिक स्थिति के बारे में भी रिर्पोट दें ताकि पात्रता की श्रेणी में होने पर उन्हें विभिन्न शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके। जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान का आवाहन् किया कि वह अपने गांव को खुले में शौच से मुक्त कराने का संकल्प लें जिससे गांव में स्वच्छ वातावरण का निर्माण हो।
जिलाधिकारी के भ्रमण के समय सी.एम.ओ. डॉ.के.बी.सिंह,पी.डी.पी.सी.जायसवाल,बी.एस.ए. दीवान सिंह यादव,जिला सूचना अधिकारी आर.बी.सिंह,जिला पूर्ति अधिकारी संजय कुमार,डी.पी.आर.ओ. अरविन्द कुमार तथा सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारी ,प्रभारी चिकित्साधिकारी व सम्बन्धित उपस्थित थे। जिलाधिकारी एस.राजलिंगम ने आज मुख्य विकास अधिकारी राम यज्ञ मिश्र के साथ विकास भवन में आम जनता की सुविधा हेतु वाटर कूलर का शुभारम्भ किया। जिलाधिकारी ने कहा कि विकास भवन में वाटर कूलर की स्थापना से जिले की आम जनता को विकास भवन आने पर पेयजल की सुविधा मिलेगी।
,
No comments:
Post a Comment