सूबे के मुखिया अखिलेश यादव जितना चाहे भी पुलिस शुधार की बात कर ले लेकिन पुलिस है कि सुधरने का नाम नहीं ले रही है सुल्तानपुर की नगर कोतवाली पुलिस एक पारिवारिक मामले को निपटारे के लिए मौके पर पहुची तो परिजन से वाद विवाद इतना बढ़ गया की चौकी इंचार्ज भी चपेट में आ गए और चौकी इंचार्ज के भी सर चोट आ गयी।फिर वही दरोगा जी आज बबूला हो गए और कोतवाली से फ़ोर्स बुला घर में घुस कर इस कदर तांडव किया की एक गर्भवती महिला की पुलिस पिटाई के चलते उसका आठ माह का गर्भपात हो गया जिसके कारण मृत्यु शिशु पैदा हुआ। और पीड़ित गंभीर हालात में जिला अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच लड़ रही है । वही पुलिस कप्तान पूरे मामले में 4 लोगो को जेल भेजने की बात तो कर रहे है लेकिन पुलिस तांडव से महिला के गर्भपात मामले से अनभिग्यता जताते हुए जाच कर कार्यवाही की बात कह रहे है वही मामले से गुस्साए व्यपारियो ने पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए अपनी दुकानों को बंद कर दिया है ।
नगर के चौक के व्यापारियों का यह गुस्सा दर असल नगर कोतवाली पुलिस के खिलाफ है दरअसल चौक के रहने वाले सुरेश के परिवार में भाइयो के बीच विवाद हो गया इतने ने घर की एक बेटी ने पुलिस को फोन कर दिया मौके पर पहुचे इलाकाई दरोगा ने आव देखा न ताव घर के ही लोगो को मारना शरू कर दिया इसी बेच दरोगा जी को भी चोट आ गई इतने में साथ आये सिपाहियों ने और पुलिस को मौके पर बुलाकर बताया की दरोगा जी को घर वालो ने मारापीटा है जिससे वह लहू लुहान हो गए है फिर पुलिस भी अपने रुतबे में आ गई और फिर जो भी मिला उस पर टूट पड़े पुलिस के इस कहर का शिकार एक गर्भवती महिला सोनिका भी हो गई आरोप है की दरोगा जी ने उसके पेट पर कई लात मारे जिससे उसको पीड़ा होने लगी और जब लोग उसको लेकर जिला अस्पताल गए तो घटना के कुछ ही घंटो बाद उसको म्रत पुत्र पैदा हुआ जबकि डॉक्टर के मुताबिक अगले महीने के अंत में उसको पुत्र होना था इस पूरे मामले से गुसाई नगर के व्यापारियों ने आज अपनी दुकाने बंद कर पुलिस के खिलाफ जमकर नारे बाजी की और दोसी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही न होने तक आंदोलन करने का एलान किया।
वही इस पुरे मामले पर पुलिस अधीक्षक का कहना है की उनके एक दरोगा को चोट आयी है जिसपर मुकदमा दर्ज कर दो लोगो को जेल भेजा गया है लेकिन महिला और पुलिस तांडव के मामले में जानकारी कर दोसियो के खिलाफ विधिक कार्यवाही की बात कर रहे है