जिला अस्पताल में अराजकता चरम पर पहुंच गई है। रविवार की रात महिला अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में भर्ती प्रसूता की बेड से बच्चा चोरी हो गया। इसकी सूचना मिलते ही अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया। घटना से पीड़ित परिवारीजनों के उड़ गए होश ।
अस्पताल में तैनात स्वास्थ्य कर्मियों एवं बगल बेड पर लेटी एक महिला की भूमिका पर संदेह जताते हुए पीड़ित ने जिला अस्पताल प्रशासन और कोतवाली नगर को सूचना दी। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
इस सनसनीखेज वारदात से अस्पताल में भर्ती महिलाओं में दहशत व्याप्त है तीमारदार भी सकते में हैं। दूबेपुर विकास खंड के पीपरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत गौहानी गांव निवासी चंद्रभान की पत्नी फोटो देवी को नौ जुलाई की शाम प्रसव पीड़ा हुई तो वे उसे लेकर जिला महिला अस्पताल आए। प्राथमिक जांच पड़ताल के बाद गर्भवती को भर्ती कर लिया गया।
9.10 जुलाई की रात करीब तीन बजे फोटो देवी ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया। दोनों नवजात व प्रसूता को रविवार की सुबह आपातकालीन वार्ड के 25 नंबर बेड पर शिफ्ट कर दिया गया। जच्चा.बच्चा बिल्कुल स्वस्थ व मस्त थे। जुड़वा बच्चे पैदा होने से परिवारीजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा लेकिन उनकी खुशियों पर तो कोई नजर गड़ाए बैठा था। रविवार को आधी रात के बाद फोटो देवी का एक बच्चा संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गया। काफी खोजबीन करने के बाद भी जब नवजात का कहीं कोई पता नहीं चला तो पीड़ित ने मामले की शिकायत अस्पताल प्रशासन व पुलिस से की। पीड़ित की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है।
चौबीस घंटे से अस्पताल में मौजूद थी संदिग्ध महिला पीड़ित परिवारीजनों ने बताया कि महिला अस्पताल में एक संदिग्ध महिला चौबीस घंटे से मौजूद थी। जो आपातकालीन कक्ष के बेड नंबर 27 पर रात में सोती थी। प्रसूता के पति चंद्रभान के मुताबिक जब उन्होंने महिला से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह गर्भवती है। उसका आपरेशन होना है। उसके पति कानपुर से आ रहे हैं। जबकि वार्ड में भर्ती अन्य महिलाओं के तीमारदारों का कहना था कि महिला ने खुद को फोटो देवी का रिश्तेदार बताया था। ऐसे में सवाल उठता है कि बिना भर्ती हुए आखिर एक महिला चौबीस घंटे से अस्पताल के वार्ड में कैसे मौजूद थी। इससे प्रकरण में अस्पताल कर्मियों की भूमिका भी संदेह के घेरे में आ गई है। उधरएसीसी टीवी कैमरे की सूचना देते दीवारों पर लगे पोस्टर लोगों को मुंह चिढ़ा रहे हैं। क्योंकि परिसर में कहीं भी सीसी टीवी कैमरा लगा ही नहीं है। सीएमएस मुख्य चिकित्साधीक्षका डॉ उर्मिला चौधरी का कहना है कि मामले की सूचना पुलिस को दी गई है। ड्यूटी पर तैनात स्वास्थ्य कर्मियों की भूमिका की जांच कराई जाएगी। पब्लिक प्लेस होने के नाते अस्पताल में आने.जाने वाले सभी व्यक्तियों पर नजर नहीं रखी जा सकती।
वही सुल्तानपुर अपर पुलिस अधीक्षक विनय कुमार सिंह ने कहाकि जिला अस्पताल के डाक्टारों द्वारा दिए गए तहरीर पर मुकदमा दर्ज़ कर पुलिस जाँच में जुट गई है जब सीसी टीवी कैमरे की बात पुलिस अपर अधीक्षक से भी गई तो भी इस मामले पर अपना पल्ला झाड़ते हुए नजर आये ।
वही सुल्तानपुर अपर पुलिस अधीक्षक विनय कुमार सिंह ने कहाकि जिला अस्पताल के डाक्टारों द्वारा दिए गए तहरीर पर मुकदमा दर्ज़ कर पुलिस जाँच में जुट गई है जब सीसी टीवी कैमरे की बात पुलिस अपर अधीक्षक से भी गई तो भी इस मामले पर अपना पल्ला झाड़ते हुए नजर आये ।
अस्पताल प्रशासन ने दिखाई संवेदनहीनता आपातकालीन कक्ष से बच्चा गायब होने की सनसनीखेज वारदात से अस्पताल प्रशासन सकते में आ गया। बौखलाहट में चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों ने संवेदनहीनता की सारी हदें पार कर दीं। घटना को दबाने के लिए सोमवार को अलसुबह आनन.फानन में फोटो देवी को अस्पताल से जबरन डिस्चार्ज कर दिया गया। 102 सेवा की एंबुलेंस से प्रसूता व उसके दूसरे बच्चे को घर भेजने की तैयारी चल रही थी। इसी बीच यह घटना सोशल मीडिया पर तैरने लगी। अस्पताल में भर्ती अन्य महिलाओं के तीमारदारों व मौके पर पहुंचे मीडिया कर्मियों के हस्तक्षेप के बाद प्रसूता को वापस वार्ड में लाया गया।
