पुरानी पेंशन योजना बहाली के लिए शिक्षकों व कर्मचारियों ने गजब की एकता दिखाई। कलेक्ट्रेट के सामने अटेवा पेंशन बचाओ मंच के बैनर तले एकत्र हुए शिक्षकों.कर्मचारियों ने हुंकार भरी। बोले पुरानी पेंशन बुढ़ापे की लाठी है। ये हमारा हक है। माननीयों को पेंशन दी जा रही हैए जबकि शिक्षक.कर्मचारियों के साथ अन्याय किया जा रहा है। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। जिस तरह अन्य जगहों पर सरकार पेंशन दे रही है उसी तरह इस प्रदेश में क्यों नहीं दिया जा रहा यहाँ भी यह लागू होना चाहिए नहीं तो हम लोग २०१७ की चुनाव में केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
दोपहर बाद जिला संयोजक सुशील कुमार सिंह सहसंयोजक अनिल यादव आदि के संयोजन में कलेक्ट्रेट के सामने जमा हुए आंदोलनकारियों ने शहर की सड़कों पर बाइक रैली निकाली। हाथों में स्लोगन लिखी तख्तियां और नारे लगाते हुए कार्यकर्ताओं ने वातावरण बदल दिया। डाकघर चौराहा, लालडिग्गी,राहुल चौराहा,बाधमंडी,शाहगंज,सब्जी मंडी,अस्पताल रोड डीएम तिराहा,दीवानी चौराहा होते हुए तिकोनिया पार्क पहुंचकर रैली सभा में तब्दील हो गई। जिसे संबोधित करते हुए शिक्षक नेता अशोक सिंह गौरा ने कहाकि सूबे के 75 जिलों में अटेवा रैली निकाली और डीएम को ज्ञापन दिया कहाकि जबकि शिक्षक.कर्मचारियों के साथ अन्याय किया जा रहा है। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। जिस तरह अन्य जगहों पर सरकार पेंशन दे रही है उसी तरह इस प्रदेश में क्यों नहीं दिया जा रहा यहाँ भी यह लागू होना चाहिए नहीं तो हम लोग २०१७ की चुनाव में केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। प्रदेश का दस लाख नौजवान इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। अरविन्द सिंह, मनोज कसौंधन, अल्का पांडेय,बृजेश पांडेय, दिनेश चंद्रा, जितेंद्र मौर्य, जनार्दन राय, जलालुद्दीन आदि मौजूद रहे।

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