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Thursday, July 14, 2016

उन्होंने ही बुलाया था, कोई हमने नहीं दी थी अर्जी : अफजल

 कौमी एकता दल 2017 के विधानसभा चुनाव में काँग्रेस समेत अधिकांशतर स्टेट लेबल पार्टियों से हाथ मिला सकती हैए आज सुल्तानपुर जनपद से मिशन 2017 की बुनियाद रखते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अफज़ाल अंसारी ने पत्रकारवार्ता में इशारा कियाए गर ये मिलन अमली जामा पहन गया तो अंसारी बंधु के फिलवक्त के धुर विरोधी दल सामाजवादी पार्टी द्वारा किये गये विश्वासघात का जहां उसे खामियाज़ा भुगतना पड़ सकता है वही बसपा.भाजपा के सजोये गये अरमानों पर पानी भी फिर सकता है। क़रीब चार.पांच दिन पूर्व कौमी एकता दल के सुनिश्चित हुए कार्यक्रम में अनुमान से ज़ादा कार्यकर्ताओं ने  सम्मेलन में हिस्सा लियाए जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष अफज़ाल अंसारी ने जान फूंकते हुए क़रीब 50 मिनट का दहकता हुआ अपना उद्बोधन रखाए जिससे कार्यकर्ता जहां गदगद हो उठे तो वहीं ष्विरोधी दलों के चेहरों पर बारह बजने लगेष्। दरअस्ल उसका कारण ये था की अंसारी ने सत्ताधारी दल से लेकर सरकार बनाने का दावा करने वालों का काला चेहरा पूरी तरह बे नकाब कर दिया। कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए अफज़ाल अंसारी ने कहा कि काँग्रेस द्वारा जनता को दिखाये गये सब्ज़बाग को मुद्दा बनाकर केन्द्र एवम पाँच राज्यों में सरकार बनाने के बाद भाजपा फूले नहीं समा रही और भ्रम फैलाया जा रहा की ये पी एम का जादू है जबकि अगर ये जादू है तो दिल्ली तमिलनाडू बंगाल और बिहार में क्यों नहीं चला बिहार में तो भाजपा ने हर जतन किया इसके बाद भी नीतीश कुमार इनकी छाती पर बैठ गयेए श्री अंसारी ने कहा की अब यूपी का चुनाव सर पर है तो इनके वालन्टियर चौराहों पर चिल्ला रहे की सरकार बन रही है जबकि सच ये है कि 100 सीट में सिमट कर रह जायेगे वहीं बसपा को आडे हाथो लेते हुए श्री अंसारी ने कहा कि इनका हाल तो आप सब देख रहेए इनके यहां तो चार करोड़ में टिकट बिक रहा जो इससे ज़ादा दे दें तो पहले की रक़म में से 10% काट कर उसे वापस कर दिया जा रहा। लेकिन जैसे ही श्री अंसारी की रील वर्तमान में अपने धुर विरोधी की ओर घूमी तो चलती ही गई समाजवादी पार्टी पर श्री अंसारी जमकर बरसेए कहा कि हमने सपा के आफिस पर दरखास्त नहीं दी थी बल्कि राज्यसभा और विधान परिषद के चुनाव में खुद सपा के 60 विधायक गद्दारी पर आमादा होकर क्रास वोटिंग के मूड में थे जिस पर हमसे इज्ज़त बचाने की गुहार लगाई थीए लेकिन फौरन बाद हमारे साथ ऐसा धोखा हुआ कि कोई गाँव वाला भी ऐसे किसी को धोखा नहीं देताए हुआ तो ऐसे की किसी को घर पर दावत पर बुलाकर दस्तरखान पर बैठाया जाये फिर घर का नौजवान सामने से प्लेट हटा ले और हाथ पकड़ कर उठा देए श्री अंसारी ने कहा की इस पर आरोप ये की ष्मुख्तार अंसारी अपराधी हैंष्! जबकि पढ़ा लिखा आदमी भी जानता है कि ष्अपराधी और आरोपीष् में फ़र्क हैए उन्होंने कहा मुख्तार के सभी मुकदमे ख़त्म हो चुके हैं सिर्फ 3 मुकदमे बचे हैं तीन महीने के अंदर मुख्तार बाहर होगेए श्री अंसारी ने कहा की सीण्एमण् में दम हो तो मुझे या बड़े भाई के दामन पर उंगली उठायेंए हाँ सवाल ये है कि माननीय मुलायम सिंह यादव एवं यूण्पीण् चुनाव के प्रभारी शिवपाल यादव जिसे नेकनामी मानें उसे सी एम  बदनामी ये आपसी कलह है जो सड़को तक पहुँच गई हैए लेकिन इस बदनामी को नेकनामी में बदलने के लिये बीजेपी बीएसपी को छोड़ काँग्रेस समेत सभी प्रदेश स्तर के दलों के साथ उतरा जायेगा इसलिये की जनता किसी को या हमको अकेले नहीं चुनेगी।