Friday, April 28, 2017

शिथिलता वरतने वाले चिकित्साधिकारियों के विरूद्ध होगी कड़ी कार्यवाही : डी एम

टीकाकरण तथा स्वास्थ्य कार्यक्रमों में खराब प्रगति पर चार प्रभारी चिकित्साधिकारियों को चेतावनी।

सुलतानपुर  : जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने स्वास्थ्य से सम्बन्धित सभी अधिकारियों चिकित्सकों को निर्देशित करते हुये कहा कि जनसामान्य को स्वास्थ्य सम्बन्धी सुविधायें मुहैया कराने में शिथिलता वरतने वाले अधिकारियों चिकित्सकों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी।

उन्होंने नियमित टीकाकरण एवं विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों में शिथिलता पाये जाने पर चार प्रभारी चिकित्साधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुये सुधार के निर्देश दिये। जिलाधिकारी कलेक्ट्रेट में जिला स्वास्थ्य समिति की शाषी निकाय एवं नियमित टीकाकरण से सम्बन्धित टास्क फोर्स की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
चिकित्साधिकारियों को कड़ी चेतावनी

जिलाधिकारी ने समीक्षा में पाया कि नियमित टीकाकरण कार्य में चार प्रभारी चिकित्साधिकारियों द्वारा सही ढ़ंग से पर्यवेक्षण न करने के कारण जिले का औसत खराब हुआ है। उन्होंने इसके लिये कादीपुर, धनपतगंज तथा लम्भुआ, भदैयां के प्रभारी चिकित्साधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुये सुधार के निर्देश दिये।

ओ पी डी कक्ष को सुव्यवस्थित करने के निर्देश

जिलाधिकारी ने जिला चिकित्सालय के सी एम एस तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने चिकित्सालय में चिकित्सक के ओ पी डी कक्ष को सुव्यवस्थित बनायें जिसमें फर्श पर टाइल्स एवं कमरे में ए्सी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।

बैठक में जिलाधिकारी ने जननी सुरक्षा योजना तथा राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम को प्राथमिकता पर लेने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जननी सुरक्षा योजना के अन्तर्गत लाभार्थियों एवं आशा का समय से भुगतान सुनिश्चित किया जाय। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के सम्बन्ध में उन्होंने अर्न्तविभागीय समन्वय स्थापित करने एवं ग्राम प्रधान व कोटेदार का सहयोग प्राप्त कर विद्यालयों एवं आंगनवाड़ी केन्द्रों के शतप्रतिशत बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण समय से कराने के निर्देश दिये।

झोलाछाप डाक्टरों के विरूद्ध चलेगा अभियान

जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को झोलाछाप डाक्टरों के विरूद्ध अभियान चलाने तथा सरकारी चिकित्सकों द्वारा प्राइवेट पै्रक्टिस पर अंकुश लगाने हेतु प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिये।

जिलाधिकारी ने समीक्षा में पाया कि ब्लाकों में समय से धनराशि न भेजे जाने के कारण प्रगति में अवरोध उत्पन्न हुआ। उन्होंने सम्बन्धित से जानकारी चाही कि गत वित्तीय वर्ष में किस मद में कितनी  धनराशि कब प्राप्त हुयी और ब्लाकों को धनराशि कब भेजी गयी। इस सम्बन्ध में बैठक में विवरण प्रस्तुत न करने पर सम्बन्धित अधिकारी का स्पष्टीकरण मांगा गया।

जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने अधीनस्थ स्टाफ को निर्देशित करें कि वे जरूरतमंद रोगियों के प्रति संवेदनशील रहें और उन्हें स्वास्थ्य सुविधायें मुहैया करायें।

दीपांकुश चित्रांश की खास रिपोर्ट

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